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बर्फ़ में ख़ुद को बदल कर देखना
Beat Beat Beat, Zoom To The Beat
वो ख़त के पुरज़े उड़ा रहा था
हँसने नहीं देता कभी रोने नहीं देता
हल्का हल्का सुरूर है साक़ी
दिल में क्या था जो खो गया है कहीं
साज़िश छुपा रहा है चाँद
गुज़रे जो अपने यारों की सोहबत में चार दिन
था भुलाना जिन्हें फिर भी वही ग़म याद आए
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